Rajasthanviral Desk Weather forecast: राजस्थान में पिछले लंबे समय से बरसात नहीं हो रही है और बरसात न होने की वजह से फसलों को काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है, क्योंकि फसलों को सही समय पर पानी नहीं मिल पा रहा है, जिसकी वजह से वह सूख रही है और साथ ही जब फसल सूख रही है, तो किसानों की चिंता भी बढ़ने लगी है, परंतु एक बार फिर से राजस्थान में मानसून सक्रिय होता दिखाई पड़ रहा है, जिसकी वजह से किसानों में खुशियों की लहर दिखाई पड़ रही है।
राजस्थान में शुक्रवार से फिर बरसात की एक्टिविटी में इजाफा हो गया है। मौसम केंद्र के डायरेक्टर राधेश्याम शर्मा के द्वारा बताया गया है कि, बंगाल की खाड़ी में एक ऐसा मौसम सिस्टम एक्टिवेट हो गया है, जो आगे बढ़कर अब उड़ीसा के साथ ही साथ छत्तीसगढ़ राज्य में भी आ गया है।
इस सिस्टम का साफ तौर पर असर राजस्थान के कई जिलों में दिखाई पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार 22 सितंबर से सिस्टम का असर राजस्थान में दिखाई देना शुरू हो जाएगा, जिसके अंतर्गत भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, अलवर, बूंदी, दौसा, जयपुर, कोटा, झालावाड़, टोंक, उदयपुर, प्रतापगढ़, डूंगरपुर और बांसवाडा जिलों में 22 सितंबर से लेकर के 26 सितंबर के दरमियान दोबारा से बारिश की शुरुआत हो सकती है।
वहीं जयपुर समेत अलवर, झुंझुनू और हनुमानगढ़ जिले में गुरुवार को दोपहर के पश्चात बरसात हुई है। जयपुर शहर में टोंक रोड, जेएलएन मार्ग, मुरलीपुरा, विद्याधर नगर, झोटवाड़ा सहित बहुत जगह पर आधे घंटे तक बरसात हुई। इसके पहले सुबह के समय में जयपुर का मौसम साफ था और दोपहर के समय में गर्मी से लोग काफी ज्यादा परेशान हो गए थे।
राजस्थान में सबसे अधिक बारिश के बारे में बात करें, तो राजस्थान में 20 सितंबर तक सामान्य बारिश का औसत 424 मिली मीटर था, वही अभी तक 486 मिली मीटर जितनी बरसात हो चुकी है, जो की 15% ज्यादा ही है। पश्चिमी राजस्थान के 10 जिले ऐसे हैं, जहां पर सबसे ज्यादा 43 पर्सेंट बरसात हुई है, वहीं पूर्वी राजस्थान के 23 जिले में बरसात का अभी भी 2% कम बरसात हुई है।