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Old Pension Re-launched: जैसे ही खातें में आया 36,850 रुपये ख़ुशी से झूम उठा रिटायर चिंतराम शास्त्री, नए पेंशन योजना से मिलती बहुत कम पेंशन

Old Pension Re-launched: क्या आप जानते हैं हिमाचल प्रदेश में ओल्ड पेंशन का लाभ मिलना शुरू हो चुका है और बहुत सारे लोगों को इसका लाभ मिल भी चुका है। मंडी जिले में रहनेवाला रिटायर चिंत राम शास्त्री को मंगलवार को मोबाइल पर बैंक खाते में पेंशन के 36,850 रुपये आने का मैसेज आया था।

उसके बाद ही उनका पूरा परिवार खुशी से झूम उठा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री Sukhvinder Singh Sukhu का परिवार ने धन्यवाद किया और कहा कि मुख्यमंत्री ने जो वादा किया था वह पूरा कर दिया है।

Old Pension Re-launched: जैसे ही खातें में आया 36,850 रुपये ख़ुशी से झूम उठा रिटायर चिंतराम शास्त्री, नए पेंशन योजना से मिलती बहुत कम पेंशन
Old Pension Re-launched: जैसे ही खातें में आया 36,850 रुपये ख़ुशी से झूम उठा रिटायर चिंतराम शास्त्री, नए पेंशन योजना से मिलती बहुत कम पेंशन

New Pension Scheme से Old Pension Scheme के अंतर्गत आने वाले चिंत राम शास्त्री 13 वर्ष 10 माह और 22 दिन तक शास्त्री पद पर सेवा देने के बाद 31 जुलाई 2017 को शिक्षा विभाग से रिटायर हुए। New Pension Scheme के तहत उन्हें पिछले 6 साल से 1770 रुपये मासिक पेंशन मिल रही थी। वहीं, Old Pension Scheme से जुड़ने के बाद उन्हें 36,850 रुपये मासिक पेंशन मिलने लगी है।

उनको बस 1770 रुपये पेंशन मिलती थी

चिंत राम शास्त्री ने बताया कि जब वह सेवानिवृत हुए थे, तो उनका मासिक वेतन 57000 रुपये था। उनके लिए न्यू पेंशन स्कीम के तहत केवल 1770 रुपये की पेंशन पर गुजारा करना मुश्किल था। पुरानी पेंशन स्कीम की शुरुआत से अब उन्हें बुढ़ापे की चिंता नहीं रही है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के सेवानिवृत कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम को फिर से लागू करने पर मुख्यमंत्री मसीहा के रूप में उभरे हैं। उनकी पत्नी ने इसे सिर्फ़ पेंशन की बात नहीं मानी, यह एक सम्मान और सुरक्षा से जुड़ा फैसला है। प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सेवानिवृत कर्मियों के सम्मान को वापस लौटाया है, हम उनके सदा आभारी रहेंगे।

वो कब रिटायर हुए थे शास्त्री के पद से

चिंतराम शिक्षा विभाग से शास्त्री के पद 13 साल, 10 महीने, और 22 दिन सेवाएं देने के बाद, 31 जुलाई, 2017 को सेवानिवृत्त हुए थे। वे बताते हैं कि उनका वेतन सेवानिवृत्ति के समय 57,000 रुपये था। न्यू पेंशन स्कीम के अंतर्गत, केवल 1,770 रुपये की पेंशन से गुजारा करना मुश्किल होता था। उनकी पत्नी योगमाया कहती हैं कि प्रदेश के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम को पुनर्निर्माण करने पर मुख्यमंत्री मसीहा के रूप में उभरे हैं।

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