October Month Festival: हिंदू मान्यताओं के अनुसार होली के पश्चात त्योहारों का अकाल पड़ जाता है, क्योंकि होली के बाद गर्मी शुरू हो जाती है और दो-तीन महीना कोई खास त्यौहार नहीं आता है, परंतु उसके बाद सितंबर महीना लगते ही फिर से हिंदू समुदाय के बड़े त्यौहार आने लगते हैं, जिसमें नवरात्रि के साथ ही साथ दीपावली भी शामिल होती है, परंतु क्या आप जानते हैं कि, हिंदू समुदाय के बड़े त्यौहार अक्टूबर के महीने में आते हैं। चलिए इस आर्टिकल में जानते हैं कि, आखिर अक्टूबर के महीने में कौन-कौन से त्योहार आते हैं।
1: जीवित्पुत्रिका फास्ट
यह हिंदू समुदाय का एक बड़ा त्यौहार है, जो की 6 अक्टूबर को आ रहा है। इस दिन व्रत रखा जाता है। इस उपवास का संबंध मा से होता है। माता इस दिन अपने संतान की लंबी उम्र के लिए और उनके जीवन में तरक्की के लिए उपवास रखती है और देवता देवी से प्रार्थना करती है।
2: इंदिरा एकादशी
अक्टूबर के महीने में 10 तारीख को एक बड़ा व्रत रखा जाता है, क्योंकि इस दिन इंदिरा एकादशी पड़ती है। यह एकादशी पितृपक्ष में ही आती है। इंदिरा एकादशी पर पितरों के प्रति आस्था प्रकट की जाती है और पितरों के लिए श्राद्ध किया जाता है तथा पितरों को खुश करने के लिए ब्राह्मणों को दान दिया जाता है।
3: महालय श्राद्ध
1 तारीख से शुरू हुआ पितृपक्ष 14 तारीख को खत्म होगा। इस दिन महालय श्राद्ध किया जाता है। इस दिन सभी पितरों की दिनांक का स्मरण किया जाता है और उनका तर्पण किया जाता है।
4: शारदीय नवरात्रि
हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहार में से एक गिना जाने वाला नवरात्रि का त्योहार 15 अक्टूबर से शुरू होगा। इसे शारदीय नवरात्रि कहा जाता है और यह 23 अक्टूबर तक चलेगा अर्थात 9 दिनों तक माता की पूजा अर्चना की जाएगी। नवरात्रि में विशेष तौर पर माता नवदुर्गा की पूजा की जाती है, जिससे माता व्यक्ति के सभी संकटों को खत्म कर देती है।
5: दशहरा
नवरात्रि खत्म होने के पश्चात देश में दशहरे का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन रावण का पुतला फूंका जाता है और बुराई पर अच्छाई पर जीत का जश्न मनाया जाता है।
6: पापांकुशा
पापांकुशा एकादशी को 25 अक्टूबर को मनाया जाता है, जिससे जातक के तमाम पाप खत्म होते हैं और उसे अच्छे फल की प्राप्ति होती है।
7: शरद पूर्णिमा
अक्टूबर के महीने का सबसे पॉपुलर और आखिरी पर्व 28 अक्टूबर को पूर्णिमा अर्थात शरद पूर्णिमा के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है। माता लक्ष्मी जी की इस दिन विशेष रूप से पूजा की जाती है और लक्ष्मी जी को खीर का भोग चढ़ाया जाता है।