Note Printing Cost: हमारे द्वारा जब भी किसी आइटम को खरीदने के लिए मार्केट को विजिट किया जाता है, तब हमें आइटम खरीदने के लिए सबसे ज्यादा जिस चीज की आवश्यकता होती है, वह है भारतीय करेंसी, जो की सिक्के के तौर पर होती है या फिर नोट के तौर पर होती है।
भारत में आपको ₹10, ₹20, ₹50, ₹100, ₹200, ₹500 और 2000 के नोट मिल जाते हैं। 2000 से अधिक का नोट आपको नहीं मिलेगा। नोट को प्रिंट करने का काम रिजर्व बैंक आफ इंडिया के द्वारा किया जाता है, परंतु क्या आप जानते हैं कि, आखिर भारतीय नोट को प्रिंट करने में कितना खर्चा आता है। अगर आप नहीं जानते हैं, तो इसी बात की जानकारी हम आर्टिकल में आपको देगी।
प्रधानमंत्री मोदी जी के द्वारा साल 2016 में नोटबंदी की अनाउंसमेंट की गई थी, जिसके अंतर्गत रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा ₹500 के और ₹1000 के नोट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि उसके बाद ₹500 की पुरानी नोट की जगह नए नोट को प्रिंट किया गया, परंतु ₹1000 के नोट को बंद कर दिया गया और उसकी जगह पर ₹2000 के नोट को प्रिंट करके मार्केट में उतारा गया, तो चलिए आर्टिकल में हम जानते हैं कि, ₹10 के नोट से लेकर के ₹2000 के नोट को प्रिंट करने में कितना खर्च गवर्नमेंट के द्वारा किया जाता है।
कितना आता है खर्चा नोट प्रिंटिंग में
रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के द्वारा ₹10 के हजार नोट की प्रिंटिंग के लिए 960 रुपए का खर्च किया जाता है।
₹20 के हजार नोट की प्रिंटिंग के लिए सरकार के द्वारा 950 रुपए का खर्च किया जाता है।
₹50 के 1000 नोट को प्रिंट करने के लिए सरकार 1130 रुपए को खर्च करती है।
₹100 के 1000 नोट को प्रिंट करने के लिए गवर्नमेंट के द्वारा 1170 रुपए का खर्च उठाया जाता है।
₹200 के 1000 नोट की प्रिंटिंग के लिए गवर्नमेंट 2370 रुपए खर्च करती है।
₹500 के 1000 नोट को छापने के लिए सरकार के द्वारा 2290 का खर्च किया जाता है।
अगर आप सभी नोट की प्रिंटिंग की कीमत पर नजर डालते हैं तो रिजर्व बैंक आफ इंडिया के द्वारा ₹20 के नोट से अधिक ₹10 के नोट और ₹500 से अधिक ₹200 के नोट की प्रिंटिंग पर खर्च किया जाता है। हमारे पास 2000 के नोट की प्रिंटिंग की कीमत की जानकारी फिलहाल अवेलेबल नहीं है।