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Funny Jokes: सेठजी- अगर तुम यह बता दो कि मेरी कौन सी आँख नकली है तो मैं तुम्हें पांच सौ रुपए इनाम दूँगा…

Funny Jokes: अगर आप हमेशा हंसते मुस्कुराते रहते हैं तो आपका जीवन खुशनुमा और सेहतमंद रहता है। हंसते हैं तो बहुत सारी बीमारियों का अंत कर देते हैं। आपके जीवन में भले ही कितनी भी टेंशन का माहौल चल रहा है अगर आप सकारात्मक सोचना चाहते हैं तो आपको हंसना जरूरी है। हंसने के लिए अब आपको किसी मौके का इंतजार करने की जरूरत नहीं है क्योंकि जो जोक्स हम आपको लेकर आए हैं वह पढ़ने के बाद आप हसेंगे जरूर।

Funny Jokes: सेठजी- अगर तुम यह बता दो कि मेरी कौन सी आँख नकली है तो मैं तुम्हें पांच सौ रुपए इनाम दूँगा...

जिंदगी में अक्सर ही तनाव का माहौल आता रहता है और जाता रहता है। जो हमारे चेहरे की खुशी को कहीं गायब कर देता है। सुबह-शाम मजेदार जोक्स पढ़कर आप खुद के हंसने की आदत डाल सकते हैं जिससे आप शारीरिक और मानसिक दोनों ही प्रकार की बीमारियों से खुद को बचा पाएंगे। आज हम कुछ मजेदार जोक्स का कनेक्शन आपके लिए लेकर आए हैं इन्हें पढ़ें और मुस्कुराए।

एक गंजे ने किसी नाई से बाल कटवाया।
उसने बाल कटवाने के बाद नाई से पूछा, “कितने पैसे हुए?”
नाई ने पचास रूपये बताये आश्चर्य करते हुए आदमी ने कहा,
“क्यों? सबसे तो चालीस रूपये ही लेते हो,
हमसे दस रूपये ज्यादा क्यों?”
नाई ने कहा, “दस रूपये बाल खोजने के हैं, बाकी काटने के।”

***
चंपकलाल दारू पीकर अपने घर गया और दरवाजा खटखटाया।
पत्नी ने दरवाजा खोला।
चंपकलाल ने पूछा – “तू कौन है और मेरे घर में क्या कर रही है?”
पत्नी ने कहा – “मुझे ही भूल गए?”
चंपकलाल बोला – “दारू पीकर आदमी हर गम भूल जाता है!”
***
पति-पत्नी से,.”मैं तुमको तुम्हारे जन्मदिन पर एक उपहार देना चाहता हूं।
सामने दुकान पर लटकी साड़ी का रंग कैसा लग रहा है?”
पत्नी खुश होकर, “बहुत सुन्दर है।”
पति,.”बस! बिल्कुल इसी रंग का रूमाल मैंने तुम्हारे लिए लिया है।”
***
चंपकलाल- यार, मैं अपनी पत्नी की वजह से बहुत परेशान हो गया हूं।
शर्मा जी- क्या हो गया? वो बहुत झगड़ती हैं क्या?
चंपकलाल- नहीं यार, उसकी याददाश्त बहुत खराब है।
शर्मा जी- क्यों? काम की बातें भूल जाती हैं क्या?
चंपकलाल- अरे नहीं, वो छोटी-छोटी बातें भी याद रखती है।
***
सेठजी- अगर तुम यह बता दो कि मेरी कौन सी आँख नकली है
तो मैं तुम्हें पांच सौ रुपए इनाम दूँगा।
चंपकलाल- यह तो बिल्कुल आसान है। आपकी बाईं आँख असली है।
सेठजी- यह तुम्हें कैसे पता चला ?
चंपकलाल- उसी में तो थोड़ी दया-ममता नजर आती है!

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